बड़ी खबर… गंगोत्री,चकराता समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम की पहली बर्फबारी, तराई के इलाकों में भी बूंदाबादी से पारा लुढ़का,किसानों के चेहरे खिले,

देहरादून।उत्तराखंड में अंततः मौसम की बेरुखी का दौर समाप्त होने लगा है जिसके चलते गंगोत्री,यमुनोत्री व चकराता समेत प्रदेश के तमाम उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सीजन की पहली बर्फबारी देखने को मिली है। गंगोत्री,यमुनोत्री,चकराता व हर्षिल घाटी में हल्की बर्फवारी ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष प्रदेश के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी ना होने के चलते ना केवल सर्दी में भी गर्मी का अहसास हो रहा था बल्कि पर्वतीय इलाकों के किसानों के चेहरे पर भी मायूसी छाने लगी थी।मौसम चक्र के इस बदलाव ने मौसम विज्ञानियों को भी चिंता में डाल दिया था।दिसंबर के पूर्वार्द्ध की अवधि में मैदानी इलाकों से लेकर मध्य व उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी चटक धूप निकलने से किसानों के साथ ही बर्फबारी की आस लगाये पर्यटकों में भी घोर निराशा छाने लगी थी।रविवार को मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान सटीक निकला और देवभूमि के उच्च व मध्य हिमालयी क्षेत्रों के आसमान में बादलों ने डेरा डालना शुरु कर दिया।रविवार दोपहर बाद गंगोत्री,हर्षिल के अलावा चकराता जैसे इलाकों में पहाड़ों ने सफ़ेद चादर ओढ़नी शुरु कर दी।स्नोफाल से खास तौर से सेब व अन्य सीजनल खेती करने वाले किसानों में खासा उत्साह देखा गया।उत्तराखंड में हिल स्टेशनों के होटल व पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को भी उम्मीद है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में बर्फबारी के बाद एक बार फिर से मैदानी इलाकों के पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने के लिये पहाड़ों का रुख कर सकते हैं।बहरहाल प्रदेश के मैदानी इलाकों में बूंदाबादी के बाद पारा जहां तेजी से नीचे लुढ़क गया है तो वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर आगे भी जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।


