बड़ी खबर… तो क्या एक रंगबदलू ने भड़काई आग,पर्वतीय समाज ने जताई चिंता, एसएसपी सख्त,अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर,

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रुद्रपुर।तराई में धार्मिक आस्था से खिलवाड़ की अफवाह फैलाकर पुलिस का मनोबल गिराने की कोशिशों के विरोध में क्षेत्रवासी लामबंद होने लगे हैँ।पर्वतीय समाज के दर्जनों लोग गंगापुर मार्ग स्थित शैल भवन में इकट्ठा हुए जिसके बाद वरिष्ठ समाजसेवी शैल परिषद के अध्यक्ष गोपाल पटवाल एवं किच्छा मंडी परिषद के पूर्व अध्यक्ष कमलेन्द्र सेमवाल की अगुवाई में पर्वतीय समाज के शिष्टमंडल ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा से कैम्प कार्यालय में मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।सेमवाल ने कप्तान से कहा कि कुमाऊं मण्डल के तराई क्षेत्र में वर्षों से सभी जाति धर्म के लोग परस्पर सौहार्द के साथ रहते आये है और एक दूसरे की धार्मिक आस्था का सम्मान करते रहे हैं।बताया कि सीमावर्ती इलाकों से कुछ अराजक तत्व अक्सर उत्तराखंड में आकर संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने का प्रयास करते हैं लेकिन उत्तराखंड पुलिस की मुस्तैदी के चलते वे अपने इरादों को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाते हैं।पर्वतीय समाज के लोगों ने कतिपय शरारती तत्वों के जाल से बचने और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के मनोबल को बनाये रखने की मांग एसएसपी से की है।पुलिस कप्तान से मिलने वालों में कुंवर सिंह नेगी,बबलू भट्ट,दिनेश बम,के. के.मिश्रा,धीरज गोस्वामी,एल.डी. जोशी,सतीश ध्यानी,भूपाल सिंह रावत,सतीश लोहनी,अनिल खत्री,राकेश चंद्र,नरेन्द्र बिष्ट हयात बिष्ट समेत पर्वतीय समाज के अनेक लोग शामिल थे।

*चौकी इंचार्ज पिलख्वाल पर अभद्रता के आरोप झूठे !*

पर्वतीय समाज के लोगों ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व आदर्श कालोनी चौकी इंचार्ज संदीप पिलख्वाल क्षेत्र में गश्त पर थे और साथी जवानों के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे।बताया कि चैकिंग के लिये बाईक सवार कुछ युवकों को जब चौकी इंचार्ज पिलख्वाल ने रोकना चाहा तो एक युवक पुलिस के साथ अभद्रता पर उतारू हो गया जिस पर चौकी इंचार्ज ने एक आवेशित सिख युवक पर काबू करने का प्रयास किया।कहा कि उक्त पूरे घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई जिसमें स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि चौकी इंचार्ज ने युवक की पगड़ी को लेशमात्र भी नहीं छुआ लेकिन फिर भी कुछ अराजक तत्वों ने उक्त मामले को धार्मिक रंग देकर आस्था से खिलवाड़ के नाम पर लोगों को भड़काने का प्रयास किया जो कि घोर निंदनीय है।

*तो क्या चौकी इंचार्ज को बनाया बलि का बकरा !*

सिख युवक के साथ अभद्रता की अफवाह फैलाकर चौकी इंचार्ज को बलि का बकरा बनाये जाने की चर्चा भी जिला मुख्यालय पर जोरों से चल रही हैं।जानकारी के मुताबिक नगर निगम की एक निवर्तमान पार्षद के पुत्र पर नशे में धुत्त होकर हंगामा काटने के आरोप पूर्व में कई बार लग चुके हैं।बताया जाता है कि चौकी इंचार्ज ने सार्वजनिक रूप से नशे के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था और इसी के चलते उक्त पार्षद पुत्र पुलिस से खार खाने लगा था।सूत्रों के मुताबिक निवर्तमान पार्षद पुत्र पूर्व में भी नशे की हालत में सोशल मीडिया पर कई बार रुद्रपुर के संभ्रान्त लोगों से भिड़ चुका है जिस कारण उसके परिवार को कई बार शर्मिंदा भी होना पड़ा है।बताते हैं कि सिख युवक के साथ अभद्रता की अफवाह फैलाने में उक्त निवर्तमान पार्षद पुत्र की बड़ी भूमिका है और शहर के कई व्हाट्सएप ग्रुपों में उसी ने सबसे पहले धार्मिक आस्था से खिलवाड़ सम्बन्धी मैसेज वायरल किये थे।

*17 सितंबर की घटना 24 घंटे में बनी राजनीतिक एजेंडे का शिकार !*

17 सितंबर की शाम को चौकी इंचार्ज संदीप पिलख्वाल और सिख युवक के बीच चैकिंग के दौरान नोंकझोंक हुई जिसकी वीडियो फुटेज शहर के एक व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन ने उसी रात 11:22 पर अपने ग्रुप में डाल दी थी।24 घंटे तक उक्त वीडियो पर किसी भी प्रकार की कोई विशेष प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली लेकिन अगले दिन 18 सितंबर की रात 10 बजकर 30 मिनट पर यानि लगभग 24 घंटे बाद उक्त निवर्तमान पार्षद पुत्र ने पुनः उक्त मामले की एक सीसीटीवी फुटेज ग्रुप में डालकर सिख समुदाय के युवक से मारपीट की बात कहते हुए पुलिस पर कई आरोप मढ़ डाले।वीडियो फुटेज के बाद खुरापाती निवर्तमान पार्षद पुत्र फिर से 10:46 पर ऑनलाइन आया और इस बार उसने सिख समुदाय के युवक पर पुलिस के अत्याचार की बात कहते हुए लोगों से 19 सितंबर की दोपहर 12 बजे सिटी क्लब पर इकट्ठा होने का आह्वाहन कर दिया।बताया जाता है कि बस यहीं से मामले ने तूल पकड़ लिया जिसके बाद व्यापार मण्डल पदाधिकारी और विपक्षी दल के साथ ही धार्मिक संस्थायें भी एक्टिव हो गयीं।सूत्रों के मुताबिक कभी कांग्रेस में रहकर राजनीतिक गोटियां खेलने वाले उक्त निवर्तमान पार्षद पुत्र ने कुछ समय पूर्व ही पाला बदलकर भगवा चोला ओढ़ लिया था और अब खुद को विधायक शिव अरोरा का खासमखास बताता है।सूत्रों के मुताबिक उक्त रंग बदलू विधायक की गणेश परिक्रमा करके अब भाजपा के सिंबल पर पार्षद का टिकट पाने की जुगत में है लेकिन आशंका जताई जा रही है कि आये दिन सामाजिक सौहार्द के लिये घातक सिद्द हो रहीं उसकी कारगुजारियां कहीं उसके राजनीतिक पराभव की वजह ना बन जायें।

*रंगबदलू की कारगुजारी भाजपाइयों को जी का जंजाल…*

जनपद मुख्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भिड़न्त के कई मामले सामने आ चुके हैं।सूत्रों के मुताबिक कानून व्यवस्था का दारोमदार संभालने वाले मित्र पुलिस के जवान जब आपराधिक तत्वों पर लगाम कसने के लिये चैकिंग अभियान चलाते हैं तो उल्लेखित निवर्तमान पार्षद पुत्र जैसे रंगबदलू पुलिस पर आम जनमानस के उत्पीड़न के अलावा उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ और असहाय पर अत्याचार जैसे आरोप सम्बंधी अफवाह फैलाने में जुट जाते हैं जिसके चलते पुलिसकर्मियों पर दोहरा दबाव आ जाता है।गेहूं के साथ घुन पिसने की कहावत को चरितार्थ करते हुए पुलिस के जवान जब ड्यूटी के दौरान सख्ती बरतने का प्रयास करते हैं तो कई बार भाजपा कार्यकर्ता भी उनका शिकार हो जाते हैं।ट्रांजिट कैम्प थाना क्षेत्र में ऐसे कई मामले सामने आ चुके है।

Lalit Kumar Sharma


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