सुपर एक्सक्लूसिव… एनएच-74 में एक और गड़बड़झाले का अंदेशा ! मुआवजे के नाम पर बंदरबांट की शिकायत,जांच शुरु पार्ट-1…


रुद्रपुर।जिला मुख्यालय पर एनएच-74 के चौड़ीकरण की जद में संरचना दिखाकर मुआवजे की मोटी रकम डकारने का मामला सामने आया है।जानकारी के मुताबिक गल्ला मंडी निवासी घनश्याम दास अग्रवाल पुत्र स्व0 श्री राम अवतार ने विगत वर्ष 11 सितम्बर को एक शिकायती पत्र विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी (Slo,USN.) को सौंपा था जिसमें घनश्याम ने बताया कि वो पिछले 40 वर्षो से खसरा संख्या 48 में काबिज है जिसके चारों ओर 8 फुट ऊंची बाउंड्रीवाल भी है।बताया कि उसके कब्जे के खसरा संख्या 48 में उसकी दो संरचना संख्या RPR/R/A3 व RPR/R/A4 निर्मित हैं, जिनका राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा 13 सितंबर 2022 को 19,08,394 का मुआवजा तय करके भुगतान के बाबत भूमि अध्याप्ति अधिकारी को एक संस्तुति पत्र प्रेषित किया गया था।पीड़ित ने आरोप लगाया है कि SLO कार्यालय से उसके द्वारा काबिज खसरा संख्या 48 में पवन कुमार पुत्र मुसद्दी लाल ने फर्जी शपथ पत्र देकर अपनी संरचना संख्या- RPR/R/A1, RPR/R/1,

RPR/R/2,RPR/R/3 दर्शाकर लगभग 97 लाख की रकम मुआवजे के नाम पर ले ली।घनश्याम ने अपने उक्त शिकायती पत्र में बताया कि खसरा संख्या 48 में अपनी संरचना RPR/R/A2 दर्शाकर जगदीश आनंद पुत्र स्व0 सोहन लाल ने भी फर्जी शपथ पत्र के आधार पर लगभग 38 लाख की रकम मुआवजे के नाम पर विभाग से ले ली जबकि जगदीश द्वारा मुआवजे के लिये दर्शाई गयी संरचना खसरा संख्या 48 के बजाय खसरा संख्या 49 में आती है जो कि आज भी यथावत मौजूद है। घनश्याम ने आरोप लगाया है कि उपरोक्त पवन कुमार और जगदीश आनंद द्वारा एनएच से लिया गया मुआवजा पूरी तरह गलत ढंग से हासिल किया गया है और मुआवजे का वास्तविक हकदार होने के बावजूद उसे अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है।
वहीं घनश्याम के शिकायती पत्र में गलत मुआवजा लेने के आरोपी बनाये गये पवन कुमार ने बताया कि खसरा संख्या 48 खतौनी में उनके नाम पर दर्ज है और जमीन सम्बंधी वाद उनके और घनश्याम के बीच सम्बन्धित न्यायालय में लंबित है।उन्होंने दावा किया कि एनएच द्वारा उन्हें दिया गया मुआवजा पूरी तरह से जायज है।
उक्त पूरे प्रकरण में सूचना अधिकार के माध्यम ले प्राप्त एनएच,राजस्व विभाग,बिलासपुर तहसील व भूमि अध्याप्ति अधिकारी (SLO) द्वारा की संस्तुतियां व पत्राचार को यदि ढंग से खंगाला जाये तो एनएच-74 के चौड़ीकरण की जद में आ रहे खसरा संख्या 48 की भूमि के एवज में बड़े गड़बड़झाले का खुलासा हो सकता है।
बहरहाल मामले की तह तक पहुंचने की हमारी कोशिश जारी हैं,अगले अंक में आपको बतायेंगे कि घनश्याम द्वारा SLO कार्यालय को दिये गये शिकायती पत्र पर क्या और कितनी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है,साथ ही पवन कुमार और जगदीश आनंद के द्वारा मुआवजे के बाबत दिये गये शपथ पत्र की विसंगतियां भी उजागर करने का प्रयास किया जायेगा.
क्रमश:


