एक्सक्लूसिव… एनएच -74 में एक और गड़बड़झाले का अंदेशा ! तो क्या फर्जी रिपोर्ट के दम पर हुई मुआवजे की बंदरबांट ? …

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ललित शर्मा

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पार्ट -2…

रुद्रपुर।एनएच -74 के चौड़ीकरण की जद में आये खसरा संख्या 48 के भूमि अधिग्रहण के एवज में राजस्व कर्मियों की फर्जी रिपोर्ट के आधार पर मुआवजे की बंदरबांट किये जाने के आरोप शिकायतकर्ता घनश्याम अग्रवाल ने लगाये हैं।उन्होंने “न्यूज खरी-खरी” को बताया कि सितम्बर 2023 में तत्कालीन एसएलओ को शिकायती पत्र सौंपने से पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी उक्त घोटाले से अवगत कराया गया था।बताया कि सीएम धामी ने फाइल देखने के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच के आदेश जारी किये थे।डीएम कार्यालय से 14/11/2022 को जारी पत्रांक संख्या 1598 के आधार पर विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी का प्रभार संभाल रहे पीसीएस अधिकारी प्रत्यूष सिंह ने तहसीलदार को खसरा संख्या 48 में अधिग्रहित भूमि के भौतिक सत्यापन एवं अभिलेखों की जांच के बाबत विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश जारी किये थे।नवंबर 2022 को एसएलओ कार्यालय से जारी जांच से सम्बन्धित आदेश के अनुपालन के क्रम में एनएच -74,बिलासपुर तहसील क्षेत्रांतर्गत चकबंदी लेखपाल डिबडिबा व रुद्रपुर तहसील की संयुक्त टीम द्वारा खसरा संख्या 48,रकबा=1.0880 है० की मौका मुआयना रिपोर्ट तैयार की गई।रिपोर्ट के मुताबिक 0.9784 है० भूमि घनश्याम दास अग्रवाल के कब्जे में है जोकि 8 फुट ऊंची बाउंड्रीवाल से घिरी हुई है,( हालांकि खतौनी में दर्ज नहीं ),0.412 है० में सार्वजनिक मार्ग है जबकि 0.0684 है० भूमि एस०पी० साल्वेंट प्रा०लि० के कब्जे में पायी गयी।तत्कालीन तहसीलदार पूजा शर्मा द्वारा 27 जून 2023 को उक्त जांच रिपोर्ट एसएलओ को भेज दी गयी।उक्त जांच रिपोर्ट में इस बात का भी विशेष उल्लेख किया गया है कि खसरा संख्या 48 के मौका मुआयना के समय चकबंदी लेखपाल डिबडिबा,तहसील रुद्रपुर के राजस्व उप निरीक्षक,एनएच -74 के प्रतिनिधि व शिकायतकर्ता घनश्याम अग्रवाल तो मौजूद रहे लेकिन सूचना देने के बावजूद एस०पी० साल्वेंट प्रा०लि० के प्रबंध निदेशक पवन कुमार मौके पर नहीं पहुंचे थे।

उक्त विस्तृत और संयुक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर एनएच -74 के तत्कालीन परियोजना अधिकारी योगेंद्र शर्मा ने खसरा संख्या 48 में काबिज घनश्याम अग्रवाल की संरचना संख्या RPR/R/A3 एवं RPR/R/A4 के अधिग्रहण के एवज में 19,08,394.00 लाख का मुआवजा देने के बाबत दिनांक 13/09/2022 को एक संस्तुति पत्र विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी को प्रेषित किया लेकिन एसएलओ कर्मियों के होश उड़ गये जब उन्हें पता चला कि उक्त भूमि पर संरचना दिखाकर पूर्व में ही अन्य के नाम मुआवजा जारी किया जा चुका है।
घनश्याम अग्रवाल के मुताबिक खसरा संख्या 48 में अपनी संरचना होने के बाबत पवन कुमार पुत्र मुसद्दीलाल निवासी म० सं० 4,कल्याणी व्यू एवं जगदीश लाल आनंद पुत्र श्री सोहन लाल निवासी कृष्णा राइस मिल कम्पाउण्ड ने फर्जी शपथ पत्र के आधार पर लगभग 1 करोड़ 35 लाख का मुआवजा हासिल किया है जिसकी विस्तृत जांच होनी चाहिये।
शिकायतकर्ता घनश्याम अग्रवाल के अनुसार एस०पी० साल्वेंट प्रा०लि० के प्रबंध निदेशक पवन कुमार एवं जगदीश आनंद ने जिन संरचनाओं को एनएच -74 द्वारा अधिग्रहित दिखाकर मुआवजे के नाम पर मोटी रकम हड़पी है,वे संरचनायें आज भी यथावत मौजूद और उन्हें मुआवजा जारी कर सड़क बनाने के दावे कागजों तक ही सीमित हैं।
घनश्याम अग्रवाल द्वारा लगाये गये उपरोक्त आरोप वास्तव में किसी बड़े गड़बड़झाले की ओर इशारा कर रहे है,यदि बिना जमीन अधिग्रहित किये मौके पर सड़क निर्माण दिखाकर मुआवजे की रकम जारी किये जाने की संस्तुति की गयी है तो इसकी विस्तृत जांच के बाद एनएच -74,राजस्व लेखपाल के अलावा एसएलओ विभाग के कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक सकती है।
बहरहाल,एनएच-74 में एक और गड़बड़झाले के अंदेशे को पुख्ता करने के लिये ” न्यूज खरी-खरी ” की टीम के प्रयास अनवरत जारी हैं।

इसी क्रम में हम पार्ट 3 में आपको बतायेंगे कि घनश्याम अग्रवाल द्वारा लगाये गये फर्जी मुआवजा हड़पने सम्बंधी आरोपों के लपेटे में आ रहे एस०पी० साल्वेंट प्रा०लि० के प्रबंध निदेशक पवन कुमार एवं जगदीश आनंद को मुआवजा जारी करने की संस्तुति कब और किन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा की गयी थी।

क्रमशः

Lalit Kumar Sharma


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